योगेन्द्र मौदगिल
http://anyonasti-jharokhaa.blogspot.com/2008/10/na-honaa.html?showComment=1224250920000#c1686841630879438817'>
17 अक्तूबर 2008 को 7:12 pm बजे
जब एक भी ब्लाग मेनटेन नहीं करना था तो ये चार चार क्यों बना दिये
क्या कहें हम जिंदगी का फ़साना,:
कभी ज़माने ने साथ न दिया ,:
तो कभी ज़माने के साथ न चल सके,:
बाकि है अभी बहुत कुछ सुनना :..........
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B.Sc.,Retire{d}on
31/12/2008,Unmarrid,
http://anyonasti-jharokhaa.blogspot.com/2008/10/na-honaa.html?showComment=1224250920000#c1686841630879438817'> 17 अक्तूबर 2008 को 7:12 pm बजे
जब एक भी ब्लाग मेनटेन नहीं करना था तो ये चार चार क्यों बना दिये