" ख़बर दार करतीं खबरदार खबरें "

By '' अन्योनास्ति " { ANYONAASTI } / :: कबीरा :: on 10/20/2008 10:43:00 am ,


" रूप और धूप "
अमर उजाला दिनांक 18-10-2008::शनिवार
<>"चाहत है खिले रूप की::आशिकी करलो धूप की" <>
महा
नगरों ,बहु-मंजिला इमारतों एसी में रहने वाले वे लोग जो धूप से बचने के बहाने ढूंढा करते है उन्हें सावधान कराती एक शोध परिणामों की एक ख़बर यह भी है ;"विशेष रूप से आज के नौजवानों से ,अपने वर्त्तमान में जितना इसका लाभ उठायेंगें उतना ही बुढापा संवार ले जायेंगे "<>
पर साथ साथ अपने ''लक्कड़-चच्चू रहिमन " की बात भी ना भूलियेगा
"अति का भला ना,बरसना ;अति की भली ना, धूप "

  • <>स्वास्थ्य सम्हालने के लिए धूप में सैर करें, अगर धूप से भाग रहें हैं, तो शरीर का और बिगड़ा रूप देखने को तैयार रहें,
  • <> पराबैगनी किरणों के संपर्क में आने पर ही शरीर में ' विटामिन डी ' बनता है; भोजन से इसकी पूर्ति नही की जा सकती,
  • <> शरीर में विटामिन 'डी' कमी की होने पर, कैलशियम युक्त भोजन लेने पर भी शरीर को उस का लाभ नही,
  • <>:कैल्शियम के अपर्याप्त अवशोषण से हड्डियां कमजोर हो जाती है , उनका घनत्व कम हो कर 'आस्टियोपोरोसिस ' की प्रबल संभावना,
  • <> ' आस्टियोपोरोसिस' में हल्का सा झटका भी शरीर को बड़ी हानि पहुंचा सकता है, पैर कमर की हड्डियों को सर्वाधिक हानि होती है ,
  • <>सूरज की धूप में " 7 डीहाईड्रोकोलेस्ट्राल " नामक केमिकल होता है , जो पराबैगनी किरणों के पड़ने से विटामिन 'डी'में बदल जाता है

=================================================================
इस ब्लॉग - पोस्ट के बारे में इतना कहना है कि इस में दो कालम होंगे एक ख़बर दार खबरें जो जानकारियाँ इधर उधर से आपके सामने लाई जातीं रहेंगी दूसरे हिस्से में उसके बारे में अभी ना पूछिए || तकनिकी जानकार नही हूँ ,जो कुछ सीख है वह मूलतः "हिन्दी ब्लॉग टिप्स " के गुरु जी आशीष खंडेलवाल जी के सौजन्य से है; इस लिए अभी तो अनगढ़ कालम बनाए है ;समझने की कोशिश कर रहा हूँ कोशिश यही है कि पोस्टिंग फार्म में ही ऐसे दो कालम हो जाए कि इस पोस्ट में तो दो कालम चलते रहे और अन्य में जब चाहूँ पूरा फार्म एकही पेज या कालम का रखूँ और जब चाहूं उसे कई कालमों में बाँट सकूं || पाठक साथियों एवं गुरु जी से सहयोग आपेक्षित है ||
सभी साथियों को ब्लागस्ते |
अन्योनास्ति कबीरा
" कालचक्र" पर सवार " झरोखा "से

Comments

4 Response to '" ख़बर दार करतीं खबरदार खबरें "'

  1. ... लगे रहो, एक दिन झरोखा कमाल करेगा।

     

  2. ठीक है किंतु अजीब सी सेटिंग है
    कोई बात नहीं हम परिचित हो जाएंगे
    स्वागतम

     


  3. नए चिट्ठे के साथ ...
    नई अलख जगाने के लिए


    स्वागत है आपका..!
    अच्छी शुरुवात.

     

एक टिप्पणी भेजें

Blog Widget by LinkWithin